महाराणा प्रताप

महाराणा प्रताप

नमस्कार मित्रो ! आप सभी को महाराणा प्रताप जयंती की हार्दिक शुभकामनायें । साथियो जैसा की आप जानते हो कि आज से लगभग 480 साल पहले आज के ही दिन यानी 9 मई 1540 को माँ भारती के एक वीर पुत्र ने जन्म लिया था ।उनकी वीरता और महानता के किस्से भारत का बच्चा बच्चा जनता है । अपने स्वाभिमान की रक्षा का जो उदाहरण उन्होंने दिया वो युगों युगों तक याद रखा जायेगा ।इसी सन्दर्भ में आज मैने उन्के जीवन पर कुछ पँक्तियाँ लिखी हैं ।आशा है आप के दिलों को स्पर्श करने में सफलता प्राप्त होगी ।

।। वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप ।।

माँ भारती ने जन्में हैं
कितने योध्दा वीर अनेक
मेवाड़ राज्य का राजा था
महाराणा प्रताप उनमें एक ।

नाम जिसका सुनते ही
कांप उठा मुगल सम्राट
राजपूतों की शान था
वो हिन्दू हृदय सम्राट ।

पराक्रम से जिसके
शत्रु हो जाते थे हताश
ऐसा बाहुबल था उनका
आपार क्षमता थी उनके पास ।

अपनी वीरता का उन्होंने
कई बार जोहर दिखाया था
मुगलों को रणभूमि में
अनेकों बार लहू चटाया था ।

माँ भारती का वो सपूत
था बहादुर और दलेर
जिसके एक ही वार से
शत्रु हो जाते कई ढेर ।

Surinder Rana

हल्दीघाटी के समरभूमि में
मुगलों की सेना विशाल थी
ऐसे लड़े राजपूत योध्दा
बनी एक मिसाल थी ।

युध्द बहुत ही घमासान हुआ
दोनो तरफ नुकसान हुआ
हार गये राजपूत मगर
इतिहास में नाम अमर हुआ । Kroppsbygging hjemme- og treningsøkt – Axiomrun clenbuterol hydroklorid v taper løsning omtaler 3 metoder for å optimalisere kroppsbyggingstrening i øvre bryst.

शत्रु से बेशक उस दिन
राजपूती सेना हारी थी
महाराणा की जान बचाकर
चेतक घोड़े ने बाजी मारी थी ।

स्वाभिमान की रक्षा हेतू
राणा ने लिया प्रण महान था
मुगलों का वर्चस्व ना स्वीकारा
जब तक देह में प्राण था ।

जंगल में रहकर उन्होंने
घास की रोटी खाई थी
प्रतिशोध की ज्वाला
उनके हृदय में समाई थी ।

बड़े संघर्षों से फिर
बहादुर सेना बनाई थी
बुलंद हौंसला लेकर
दिवेर पर की चढ़ाई थी ।

दिवेर के आक्रमण से
जीत की नई शुरुआत की
हारे क्षेत्रों को फिर से जीता
मेवाड़ को अनुपम सौगात दी ।

जब तक मेवाड़ पर
उन्होने राज किया
मुगलों की अधीनता को
कभी ना स्वीकार किया ।

उनकी वीरता और महानता
के गीत गाये जाते हैं
राजपूतों की आन बान और शान
वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप कहलाते हैं ।

धन्यवाद

   
       

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