“प्यार कोहर भोना”
धक मेंजे भी बवल अय प्यार कोहर भोना
जबल सय न काऊनी क्योस लगना शोना शोना।
मेंय खुणरोना प्यार बेचे यक तहरे लखे घ्योना ख्याल
दीन दुन्य बेचे भों कि लगोना किछी न भोना हाल ।
पूरा मतोक ओत टंगय के यक तहरे भूनि फ्योकर
हर घड़ी सय याद अजनी दयोल चाहना बस ताहरे ज्योकर ।
ई दयोलर जजूल हर वक्त तस मोलड़ जे चाहना
जबल सय लखुय अजनी होर कसे न काना ।
क्योस भूनी यक अजीब कशमकश भुनी यक तहरे आसा
दयोलस बस सयि लूड़ी न लगनी डलोक प्यासा ।
अबल त्योकर दयोल अस चीजे काय होना अनजान
तेंय ते प्यार क्योर होना तू द धक ज्ञान ।
Poet: Vipan kumar